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नही तो…पीने के पानी तक को तरस जाएगी जनता, लोगो की कलेक्टर से अपील, समस्या का समाधान और दोषियों पर कार्यवाही की मांग..मामला पी एच ई विभाग से जुड़ा..

सातवां पहर/मुंगेली
गर्मी का मौसम और पानी की किल्लत, एक ऐसी समस्या है जिसका समाधान न हो तो लोगो का जीना दुर्भर हो जाएगा, पृथ्वी में पलने वाला जीव चाहे वह किसी रूप में है, बगैर पानी के उसका जिंदा रह पाना असंभव है इसीलिए कहा गया है जल है तो कल है, जल ही जीवन है। ऐसे में यदि यह सुनने को मिले कि 21 वीं सदी में जब लोगो के पास पर्याप्त संसाधन है उसके बाद यदि उन्हें पानी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है तो फिर प्रशासन की कार्यशैली पर उंगली उठना लाजमी है। एक ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत छतौना, विकासखंड मुंगेली, जिला मुंगेली का सामने आया है जिसमे ग्रामपंचायत छतौना के निवासियों ने कलेक्टर मुंगेली के समक्ष पत्र पेश किया है, जिसमे बताया है कि गांव में ही पिछले 01 वर्ष से पानी टंकी का निर्माण किया गया है जिसे लगभग 06 माह पूर्व चेक करने के लिए चालू किया गया था. तब भारी मात्रा में पानी लिकेज हुआ, फिर ठेकेदार द्वारा रिपेयरिंग करके टंकी को उसी हाल में छोड़ दिया गया। उक्त पानी टंकी से आज दिनांक तक पानी सप्लाई शुरू नहीं किया गया है इसके अलावा गांव के अधिकतर घरो में पानी सप्लाई हेतु कनेक्शन नहीं दिया गया है। इसके विपरित कनेक्शन देने के नाम पर सड़क को बीच से खोद कर ऐसे ही खुला छोड़ दिया गया है जिससे आए दिन वाहन सवार दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।

आधा दर्जन हैंडपम्प पहले से है बंद

शिकायत में यह उल्लेख है कि इस भयंकर गर्मी में जलस्तर कम होने से पानी की समस्या बनी हुई है जबकि गांव के लगभग आधा दर्जन हेडपंप ऐसे हैं जिससे पानी ही नही आ रहा है। ऐसे में पानी टंकी से पानी सप्लाई कराया जाना अत्यंत आवश्यक है। यदि ऐसा नहीं हुआ तो क्षेत्र जनता पीने के पानी तक के लिए तरस जाएगी।

पी एच ई विभाग पर उठ रहे सवाल
प्रस्तुत शिकायत में उल्लेखित है कि ठेकेदार द्वारा जिस टंकी का निर्माण किया गया है वो भी गुणवत्ताविहिन है. ऐसे निम्न स्तर के निर्माण के लिए केवल ठेकेदार ही नहीं, पीएचई विभाग के संबंधित मूल्यांकनकर्ता / सत्यापनकर्ता अधिकारी भी उतने ही जिम्मेदार हैं। 

अवैध प्लाटिंग करने वालो की बढ़ सकती है मुश्किलें, एक के बाद अब दूसरे की शिकायत..आगे क्या..?

सातवां पहर/ मुंगेली
मुंगेली रायपुर मुख्य मार्ग के बाएं तरफ पर, बुंदेली खार (कोदूकापा मोड़) के पास नहर की दिशा को मोड़कर, अवैध कॉलोनी निर्माण की तैयारी करने संबंधी शिकायत युवा कांग्रेस के जिला महासचिव अजय साहू ने तहसीलदार मुंगेली के समक्ष की है, शिकायत में उल्लेख किया है कि उक्त प्लाट को बेचने के लिए नहर का रूट डायवर्ट किया गया है, जो गलत होने के साथ अपराध की श्रेणी में आता है। उक्त प्लाट का न तो डायवर्सन कराया गया है और न ही टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग के नियमों पालन किया गया है। उक्त प्लाट की बिक्री के लिए कॉलोनाइजर लायसेंस भी नहीं लिया गया है।

कृषि भूमि का रकबा हो रहा है कम..

जिला बनने के बाद से मुंगेली शहर के चारो तरफ मानो कॉलोनी बनाने वालों की बाढ़ सी आ गई है कृषि भूमि को छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर प्लाटिंग की जा रही है इससे न केवल कृषि भूमि का रकबा कम हो रहा अपितु शासन को मिलने वाले राजस्व पर सेंध लग रही है। कहीं ऐसा तो नही कि इन पर बड़ी कार्यवाही न होना ही, वो वजह है जिसके कारण ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे है ऐसे में प्रशासन को सख्त रवैया इख्तियार करना चाहिए । बहरहाल अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्यवाही करती है।

अवैध प्लाटिंग करने वालो की बढ़ सकती है मुश्किलें, एक के बाद अब दूसरे की शिकायत..आगे क्या.?

सातवां पहर/ मुंगेली
मुंगेली रायपुर मुख्य मार्ग के बाएं तरफ पर, बुंदेली खार (कोदूकापा मोड़) के पास नहर की दिशा को मोड़कर, अवैध कॉलोनी निर्माण की तैयारी करने संबंधी शिकायत युवा कांग्रेस के जिला महासचिव अजय साहू ने तहसीलदार मुंगेली के समक्ष की है, शिकायत में उल्लेख किया है कि उक्त प्लाट को बेचने के लिए नहर का रूट डायवर्ट किया गया है, जो गलत होने के साथ अपराध की श्रेणी में आता है। उक्त प्लाट का न तो डायवर्सन कराया गया है और न ही टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग के नियमों पालन किया गया है। उक्त प्लाट की बिक्री के लिए कॉलोनाइजर लायसेंस भी नहीं लिया गया है।

कृषि भूमि का रकबा हो रहा है कम..

जिला बनने के बाद से मुंगेली शहर के चारो तरफ मानो कॉलोनी बनाने वालों की बाढ़ सी आ गई है कृषि भूमि को छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर प्लाटिंग की जा रही है इससे न केवल कृषि भूमि का रकबा कम हो रहा अपितु शासन को मिलने वाले राजस्व पर सेंध लग रही है। कहीं ऐसा तो नही कि इन पर बड़ी कार्यवाही न होना ही, वो वजह है जिसके कारण ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे है ऐसे में प्रशासन को सख्त रवैया इख्तियार करना चाहिए । बहरहाल अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्यवाही करती है।

कबीरधाम जिले की बेटी अनंदा ने मारी बाजी, सीजीपीएससी में saso के पद पर हुआ चयन..

सातवां पहर/कुंडा (छत्तीसगढ़)
सीजीपीएससी ने बुधवार को परिणाम घोषित किये, जिसमे कुंडा (कबीरधाम) के एक छोटे से गांव खम्हरिया की बिटिया अनंदा चंद्राकर का चयन saso पद के लिए हुआ है,जिसका हिंदी में फुल फॉर्म “राज्य लेखा अधीनस्थ अधिकारी” होता है। लंबे समय से बिलासपुर में रहकर पढ़ाई करने वाली अनंदा का सपना आज पूरा हुआ। जैसे ही परिवार वालो को इसका पता चला उनकी खुशी का ठिकाना नही रहा।
ग्राम खम्हरिया के एक प्रतिष्ठित परिवार में दिनेश चंद्राकर के घर जन्मी अनंदा, भाई बहनो में तीसरे नम्बर की है, कभी ऐसा था कि अनंदा खुद को एक एवरेज स्टूडेंट मानती थी, लेकिन कड़ी मेहनत और अथक प्रयास से उसने सीजीपीएससी जैसे मुश्किल मुकाम को हासिल किया।
आसान नही था सफर
अनंदा बताती है कि यहां तक का सफर उसके लिये आसान नही था, उसे कई बार असफलताएं मिली लेकिन हर बार फिर से खुद को तैयार कर वापस तैयारी में लगना बहुत कठिन होता था, इसके पहले भी वह 2 बार पीएससी का इंटरव्यू दिला चुकी है लेकिन सिलेक्शन नही होने से उसका हौसला कमजोर पड़ जाता था, लेकिन उसे उम्मीद थी कि जल्द ही कुछ अच्छा और बड़ा होने वाला है क्योंकि उसने अपना आज और कल दोनों दांव पर लगाया हुआ था, शायद इसी का परिणाम है कि उसने उस मुकाम को हासिल किया जो शायद सबके बस की बात नही ।

उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक तुम्हें तुम्हारे लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए

स्वामी विवेकानंद का यह वक्तव्य आज भी करोड़ो युवाओं को ऊर्जा देने का काम करता है, अनंदा का भी अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण कुछ ऐसा ही था, वो बताती है उसने खुद को यह लक्ष्य दे रखा था कि वह तब तक नही रुकेगी जब तक अपने लक्ष्य तक पहुच न जाए।

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